Antarvasna Bhabhi ki chut ka swaad

(Antarvasna Bhabhi Ki Chut Chodne ka swaad)

“Antarvasna Bhabhi Ki Chut” नमस्कार दोस्तो.. भाभी की चूत चुदाई की यह कहानी मेरे और मेरी भाभी की बीच हुई घटना पर आधारित है।
मैं आयुष नई दिल्ली में रहता हूँ.. मैं 24 साल का जवान लड़का हूँ।
मेरा भाई होटल में शैफ है। एक साल पहले मेरे बड़े भाई की शादी हुई। मैंने उनकी सुहागरात पर दरवाजे के छेद से अपने भैया और भाभी की पूरी चुदाई देखी।

फिर 6 महीने बाद मेरे भाई को दुबई के होटल से नौकरी का प्रस्ताव आया तो मेरा भाई वहाँ नौकरी करने चला गया। “Antarvasna Bhabhi Ki Chut”

भाई के जाने के बाद एक महीने तक तो सब ठीक रहा। लेकिन एक दिन सुबह भाभी का फ़ोन बजा, उस वक़्त भाभी नहा रही थीं, तो फ़ोन मैंने पिक किया। ये भाई का फोन था.. बात पूरी करने के बाद मैंने भाभी का फोन चैक किया तो उसमें बहुत सारी सेक्स वीडियो थीं। उन वीडियोज को देखकर मेरा भाभी को देखने का नज़रिया बदल गया। “Antarvasna Bhabhi Ki Chut”

अब मैं हर टाइम उनके बूब देखने की कोशिश करने लगा था.. लेकिन भाभी एक सीधी लड़की थीं। कभी-कभी जब वो मेरे बगल से जाती थीं तो मैं उनको टच भी कर लेता। परंतु वो बहुत शरीफ थीं.. या शायद भैया को बहुत प्यार करती थीं। मैंने हर तरीके से उनको छूने की कोशिश की, लेकिन एक दिन उन्होंने मुझसे कह दिया कि वो मेरी शिकायत मम्मी-पापा से कर देंगी। उस दिन से मैं उनसे दूर रहने लगा। “Antarvasna Bhabhi Ki Chut”

फिर कुछ दिन बाद मम्मी-पापा किसी रिलेटिव की शादी में बाहर गए हुए थे। तो मैंने एक प्लान बनाया। मैं मार्किट गया.. वहाँ से 2 वियाग्रा की गोली और कॉन्डम लेकर आया। भाभी ने रात का खाना बनाया और हम दोनों डिनर टेबल पर बैठे.. भाभी ने खाना परोसा।
मैंने भाभी से कहा- नमक जरा कम है। “Antarvasna Bhabhi Ki Chut”
इस पर वो उठ कर किचन में गईं तो मैंने जो वियाग्रा की गोली का पाउडर बना रखा था, वो मैंने उनकी सब्जी में मिला दिया।
इसके बाद भाभी आईं और हम दोनों ने खाना खत्म किया। “Antarvasna Bhabhi Ki Chut”

इसके बाद मैंने भाभी के साथ घर के काम में उनकी मदद की।
अब वो अपने कमरे में चली गईं।

थोड़ी देर बाद मैंने सुना कि उनके कमरे से कामुक सिसकारियों की आवाज़ आ रही थी। मैंने अन्दर देखा तो भाभी बेलन के हैण्डल को अपनी चूत में डाल रही थीं। “Antarvasna Bhabhi Ki Chut”

मुझसे सब्र नहीं हुआ तो मैं उनके कमरे में घुस गया और सीधा भाभी की चूत पर मुँह लगा कर भाभी की चुत चाटनी शुरू कर दी। उनकी चूत इतनी गरम थी.. मैं बता नहीं सकता। भाभी ने भी चुत चटवाने में कोई उज्र नहीं किया। कई मिनट तक मैं भाभी की चूत चाटता रहा। उनकी चूत से इतना पानी निकला कि मेरा पूरा मुँह गीला हो गया।

अब मैंने अपना लंड बाहर निकाला और भाभी की चूत में पेल दिया। मैं काफी देर तक भाभी की चूत को चोदता रहा, मैंने भी गोली खाई हुई थी.. तो मैं भी जल्दी नहीं झड़ने वाला था।
चुत की चुदाई का मजा लेने के बाद मैंने अपना लंड भाभी के मुँह में डाल दिया.. भाभी ने भी मजे से मेरा लंड चूस-चूस कर उसका पानी निकाला।
उस रात मैंने भाभी को एक बार और चोदा। “Antarvasna Bhabhi Ki Chut”

अगली सुबह जब भाभी उठीं तो रोने में लगी हुई थीं- मुझसे ये पाप हो गया.. मैंने तुम्हारे भैया को धोखा दिया।
उसके बाद मैंने उनको चुप करवाया और वादा किया कि आज के बाद जब भी आपकी चूत में आग लगे तो मुझसे बोल देना.. मैं सिर्फ़ आपकी चूत चाटूंगा। “Antarvasna Bhabhi Ki Chut”

उसके बाद आज चार महीने हो गए.. मैंने भाभी के संग अपना वादा निभाया है, मैं लगभग रोज ही भाभी की चूत चूस रहा हूँ।
लेकिन अगले महीने भाभी भी दुबई जा रही हैं। अब मैं प्यासा रह जाऊँगा क्योंकि मुझे रोज खाने से ज्यादा चूत चाटने की आदत लग गई है। मेरी ये चुत चुदाई की कहानी को मैं अच्छी तरह नहीं लिख पाया हूँ। आपको चुदाई की ये कहानी पसंद आई हो तो लिखिएगा।

आप लोग सोच रहे होंगे.. मैंने भाभी को चोदा क्यों नहीं.. तो दोस्तो, कभी भी औरत की इज़्ज़त के साथ नहीं खेलना चाहिए.. जब तक उसकी मर्जी न हो। मुझसे पाप हो गया था, तो मैं पश्चाताप करता रहा हूँ.. लेकिन क्या करूँ जवान हूँ और चूत चाटने की ऐसी लत लग गई है कि बता नहीं सकता। “Antarvasna Bhabhi Ki Chut”

मुझे भाभी और आंटियों में बहुत दिलचस्पी है.. क्योंकि वो बेबी होने तक ही चुत चुदवाने का मज़ा ले पाती हैं। उसके बाद उनके पतियों की उनको चोदने की पहले वाली इच्छा खत्म सी हो जाती है.. और वो बाहर रंडियों के पास जाते हैं। बीवियां चुत की आग न बुझ पाने से प्यासी बनी रहती हैं। “Antarvasna Bhabhi Ki Chut”

ऐसी भाभी और आंटी की चूत चाटने में मज़ा आता है।

मेरी चुदाई की कहानी पर ईमेल जरूर करना।